चेहरे पर मौजूद तेल ग्रंथियां बहुत अधिक ऑयल छोड़ती हैं। इस कारण वातावरण में मौजूद धूल-मिट्टी और दूषित तत्त्व व कण चेहरे पर रोमछिद्रों में जम जाते हैं। धीरे-धीरे ये कील-मुहांसों का रूप लेने लगते हैं। ऐसी त्वचा संबंधी समस्या के मामले युवाओं में अधिक देखने को मिलते हैं। विशेषज्ञ से जानते हैं कि इस स्थिति में क्या करना चाहिए-
चेहरा साफ रखें - स्किन का ऑयली होना और त्वचा के भीतर मौजूद तैलीय ग्ंरथियों के अधिक तेल छोड़ने से रोमछिद्रों के ब्लॉक होने से ऐसे मामले बढ़ते हैं। ऐसी स्थिति में विशेषज्ञ चेहरा साफ रखने की सलाह देते हैं ताकि चेहरे पर जमा गंदगी तैलीय ग्ंरथियों के अंदर जाकर त्वचा को संक्रमित न कर सके। पानी का प्रयोग चेहरा साफ करने में सबसे ज्यादा उपयोगी है।
हाथ न लगाएं - मुहांसों में प्रॉपेनो बेक्टर एक्ने बैक्टीरिया होते हैं। इसे फैलने से रोकने के लिए इन्हें बार-बार हाथ न लगाएं। क्योंकि बार-बार छूने के बाद जिस भी जगह हाथ लगता है संक्रमण वहां भी फैलकर परेशानी बढ़ाता है। इससे बचने व संक्रमण रोकने के लिए चेहरे को मॉइश्चराइज करें, तनाव से दूर रहें और बिना डॉक्टरी सलाह के कोई भी क्रीम न लगाएं।
जंकफूड व मसालेदार चीजें नुकसानदायक -
जंकफूड में इस्तेमाल होने वाले तेल चेहरे के लिए नुकसानदायक होते हैं। कोई फास्ट फूड खाता है तो उसमें मौजूद तेल, रोमछिद्रों से होकर चेहरे की अन्य ग्रंथियों में पहुंच जाता है। ऐसा होने पर चेहरे की मांसपेशियों पर भी बुरा असर पड़ता है। जंकफूड के साथ तेल-घी व मसाले वाले खाद्य पदार्थों के प्रयोग से भी परहेज करें ताकि त्वचा में निखार बना रहे। तैलीय खाद्य पदार्थ चेहरे की त्वचा को तैलीय बनाता है जिसपर कण चिपकते हैं।
ध्यान रखें -
कील या मुहांसे शुरुआती अवस्था में चेहरे पर छोटे दाने की तरह दिखने लगते हैं। इन्हें बार-बार न छुएं वर्ना संक्रमण बढ़ सकता है। कुछ लोग इन्हें नाखून या अन्य वस्तु से फोड़ भी देते हैं, जो कि गलत है। ऐसा न करें वर्ना चेहरे पर धब्बे बन सकते हैं।
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