जनवरी में चैतन्य श्रोता व दृष्टा की प्रकृति होने से गम्भीरता बढ़ेगी। आर्थिक पक्ष से ऊपर उठकर सोंचेगे। इससे आपको अलग तरह का अनुभव होगा। फरवरी में परम्पराओं का विभिन्न रंग नए सिरे से सोच को बदलेगा। स्वयं को आल्हादित करने का निरन्तर प्रयास करेंगे। मार्च में दान देने की वृत्ति बढ़ेगी। इसका लाभ भी मिलेगा। जन मानस को प्रेरित करने का प्रयास करेंगे। आध्यात्मिक प्रबलता दिखाई देगी। निरंतर प्रयास करते रहें। अवश्य ही लाभ की प्राप्ति होगी।
अप्रेल में कहीं-कहीं तर्क और श्रद्धा में बहस होने से सम्बन्धों में दूरी का अनुभव होगा। संतुलन बनाने का प्रयास करें। मई में प्राकृतिक सहयोग मिलने से आत्मवादी विचारों का सन्दर्श दिखाई देगा। परानुभूतियां विश्वास से सराबोर रखेंगी। जून में कुछ स्थितियों में कल्पना लोक से बाहर आएंगे। कार्य तथा परिवार की आवश्यकताओं पर ध्यान केन्द्रित होगा।
जुलाई में विदेश यात्रा के माध्यम से नए कार्य का श्रीगणेश हो सकता है। बसाहट के बारे में भी निर्णय ले सकते हैं। अगस्त में शिरो-पीड़ा का प्रभाव अस्थिरता उत्पन्न करेगा। सामंजस्य न बना सकने में असमर्थता रोड़े अटकाएंगी। सितम्बर में परिवार तथा आवश्यकताओं पर धन व्यय होगा। कार्यक्रमों पर सहयोग की भावना जाग्रत होगी। दान करने का प्रतिकल्प होगा।
अक्टूबर में अपने ही लोगों का व्यवहार कहीं-कहीं कष्ट की अनुभूति करवाएगा। भावनात्मकता परेशान कर सकती है। अधिक न सोचे। नवम्बर में अध्यात्म तथा धर्म के प्रति आए बदलाव का प्रतिसाद मिलेगा। जनमानस में भी आपके प्रति भावना बदलेगी। दिसम्बर में संतान के रुके कार्यों में मांगलिक प्रगति होगी। विवाह की रूपरेखा तय होगी। लम्बित कार्य इस माह सफलतापूर्वकहोंगे।
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