चिरौंजी सेहत और सौंदर्य दोनों के लिहाज से बहुत लाभकारी है। चिरौंजी का पैक (लेप) लगाने से मुहाँसे, फुंसी और अन्य कई त्वचा रोग दूर होते हैं। चिरौंजी के नियमित सेवन से शारीरिक ताकत मिलती है, इससे पेट में गैस नहीं बनती है। चिरौंजी में बहुत से विटामिन सी, विटामिन B1, विटामिन B2 पाए जाते हैं। चिरौंजी के बीज या नट्स, गुठली, फल, जड़, तेल और गम आदि सभी बहुउपयोगी हैं। सूखे मेवे का प्रमुख हिस्सा चिरौंजी पकवानों के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिहाज से भी फायदेमंद है। चिरौंजी को पीसकर गुलाब जल में मिलाएं और फुंसियां पर लगाएं इसे नियमित रूप से लगाने से चेहरे की फुंसियां कम हो जाती हैं।
न्यूट्रीशन इंडेक्स : विटामिन बी व सी, फॉस्फोरस, आयरन और कैल्शियम युक्त चिरौंजी की 100 ग्राम मात्रा से 656 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। इसमें कार्बोहाइडे्रट 12 ग्राम, प्रोटीन 21 ग्राम व फायबर 3.8 ग्राम होता है।
चिरौंजी को ऐलोवेरा और चंदन के पाउडर के साथ मिलाकर इसका पेस्ट चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे पर जमा तेल हटेगा, स्किन का रंग साफ होगा और ग्लो आएगा।
खाने के तरीके : पांच से दस ग्राम चिरौंजी में मिश्री मिलाकर दूध के साथ लेने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है। साथ ही दस्त होने पर भी राहत मिलती है। इसके कई अन्य फायदे हैं जैसे-
संतरे के छिलके और चिरौंजी को दूध के साथ पीसकर मुहांसों पर पैक बनाकर लगाएं। जब पैक सूख जाए तब चेहरे को धो लें। लाभ होने तक इसका प्रयोग जारी रखें।
खांसी-जुकाम में राहत -
5 से 10 ग्राम चिरौंजी को पिसी नारियल की गिरी के साथ सेंक लें। इसे पीसकर एक कप दूध के साथ उबालें व थोड़ा इलाइची पाउडर व थोड़ी शक्कर मिलाकर पिएं। इससे खांसी व जुकाम में आराम मिलता है।
चिरौंजी का तेल बालों को काला करने के लिए उपयोगी है। ये आपके बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। यदि आप भी अपने बालों को काला करना चाहते हैं तो रोज इसका सेवन करें।
झुर्रिेयों को करती दूर -
इसे पीसकर गुलाबजल में मिलाकर चेहरे पर लगाएं व सूखने पर सामान्य पानी से धो लें। इससे चेहरे पर चमक आती है। शरीर पर फुंसी होने पर इसे पीसकर दूध में मिलाकर लगाने से काफी आराम मिलता है।
कौन न ले : जिन्हें बार-बार यूरिन आने, अपच व कब्ज रहता है वे इसे न लें क्योंकि ये तासीर में गर्म व भारी होती हैं।
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